सुख व्यक्ति के अहंकार की रीक्षा लेता है, जबकि दुःख व्यक्ति के धैर्य की।
यूँ ही नहीं होती हाथ की लकीरो के आगे उंगलिया, रब ने भी किस्मत से पहले मेहनत लिखी है।
यूँ ही नहीं होती हाथ की लकीरो के आगे उंगलिया, रब ने भी किस्मत से पहले मेहनत लिखी है।
हमेशा मुस्कुराते रहिए कभी अपने लिए तो कभी अपनों के लिए।